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तमिलनाडु विधानसभा ने एक फैसला लिया है राजीव गाँधी के हत्यारों को फ़ाँसी देने के राष्ट्रपति के निर्णय पर पुनर्विचार करने का . उधर कश्मीर में भी हुर्रियत कान्फ़्रेंस के लोग धमकी देते रहते है अफजल को फासी हुई तो दंगे हो सकते है .और एसे संकेत भी मिलते रहते है इसीलिए अफजल की फासी टाली जा रही है चुकी हमारे देश के नेताओं को लगता है यदि अफजल को फासी हुई तो हमारे देश में ‘ ला एंड आर्डर ‘ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है .
पिछले 6 साल से शीला दीक्षित और चिदम्बरम अफजल की फ़ाइल देख रहे थे .शायद अब इन हालातो को देखकर लगता है अफजल की फासी की माफ़ी की अपील होगी . एसा हुआ तो हो सकता है अफजल की भी फासी माफ़ होने के असार बन जाये .इशारों ही इशारो में जम्मू – कश्मीर विधानसभा के माननीय लोग भी यही कह रहे है सर्व सम्मति से एसा पर्स्ताव पारित करना चाहिए कि अफ़ज़ल गूरू की दया याचिका पर दोबारा विचार हो.
ये हालत है हमारे भारत में जो राजनीतिज्ञों को वोट बैंक के लिए किसी भी हद्द तक जाता हुआ दिखाते है . क्या इस तरह से ये आतंक से लडेगा ? जो आतंकी इस देश के लिए खतरा है एसा करके हमारे राजनातिक दल unke पीछे खड़े लोगो का होसला नही बढ़ा रहे है ?क्या यही है आतंक की लड़ाई ? क्या यही है हमारे देश की राजनीती ? यही है हमारे देश के नेता ?जो वोट बैंक और चुनावों के हिसाब से चलते है .क्या इस तरह की बयानबाज़ी या फिर कृत्य उन शहीदों का अपमान नही है जो इन आतंकियों से लड़ते हुए शहीद होते है ?
इस देश की सर्वोच्च अदालत जब इस फैसले पर मोहर लगा चुकी है की इन आतंकियों को फासी दी जाये फिर क्यों इन मुद्दों पर
सियासत हो रही है ?फिर क्यों सियासी रोटिया सेकी जा रही है . कैसी राजनीति है ये जो वोटबैंक के अनुरूप चलती है जहा हिन्दू वोट बैंक हो वहा देश के कानून से खिलवाड़ करो और हिन्दू आतंकी को सजा न दो और अपनी राजनीती चमकाओ और जहा मुस्लिम वोट बैंक हो वहा मुस्लिम हित की बात कर आतंकियों को सजा न दो ये कहा का कानून है .क्या हम आतंक की एसी लड़ाई में देश के नागरिको को गुमराह नही कर रहे है . जिसमे पहले आतंकी देश में घुसते है फिर राजनेता हमें मुआवजों से तोलते है .इक्क- दुक्का आतंकी पकडे जाते है और बाद में उन्हें बीस या दस साल तक जेल में रखते है .बाद में उनकी फ़ासी पर फैसला आता है और hamaare राजनीतिग्य उसे लम्बा खीचते जाते है .इससे बढ़िया या तो हम उन्हें पकडे ही नही, आतंक से लड़ाई के लम्बे -चोरे भाषण ही न दे जनता को मरने दे अपने हाल पर छोड़ दे .अन्यथा उन्हें बिच – चोराहे पर फासी की सजा दे जिससे हर आतंकी में एक भैय हो की भारत अब सोफ्ट स्टेट नही रहा . और इस सार्वजनिक फ़ासी का एक वीडियो भी जारी करे और हर उस आतंकी गुट को भेजे जो हमें धमकी भरे मेल करता है हमें चैलेन्ज करता है .
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