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धर्मपरिवर्तन पीठ में छुरा घोपने के सामान

ajad log
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कल मै बोर्डर फिल्म देख रहा था फोजियो की ज़िन्दगी को जानने और देशप्रेम की भावना को जगाने के लिए बहुत ही सुंदर तरीके से इस फिल्म का निर्माण किया गया है . इस फिल्म को देखने के बाद पता लगता है की कैसे हमारे सैनिक बर्फ में तपतपाती रेत में रहकर देश की रक्षा करते है . खुद की जान की भी फ़िक्र न कर धरती माँ के लिए शहीद हो जाते है लेकिन मेरे मन में एक ख्याल एक दर्द उस फिल्म को देखते -दखते लगातार चल रहा था की फोजी लोग अपनी जान पर खेल रहे है लेकिन नेता लोग देश में ही अलगावाद की परिस्थितियों को जन्म दे रहे है लगातार वोट बैंक की निति के चलते धर्मपरिवर्तन को बढ़ावा दे रहे है , एक नहीं कई विभाजनो की नीव इस देश में डाल रहे है . एक फोजी अपनी धरती माँ के लिए लड़ रहा है लेकिन पीछे से उसी के घर को ही कमजोर करने की साज़िश रची जा रही है . एक फोजी इस्लामिक जेहादियों से लड़ रहा है और दूसरी और ये नेता मुस्लिम वोट बैंक को अपने पक्ष में रखने के लिए लगातार हिन्दू स्वाभिमान पर चोट कर रहे है उसे आतंकी बता रहे है . जो लोग जबरन धर्मपरिवर्तन करा रहे है या फिर बहला फुसला कर धर्मपरिवर्तन करवाने में लगे है जिनका मकसद इस देश को इस्लामिक रंग में रंगना है उन लोगो का साथ दे रहे है मुझे लगा की ये उनकी शहादत का अपमान है यह पीठ में चुरा घोपने जैसा है . यह ठीक उसी प्रकार है जैसे युद्ध में किसी देश की सेना से न जीत पाना लेकिन उस देश में धर्म परिवर्तन कर अपनी एक सेना बनाना और फिर गरहयुद्ध दंगो का माहोल तैयार करना उसी देश के लोगो अपने ही देश के खिलाफ लडवाना उस देश की संस्कृति सभ्यता को नष्ट करना और फिर उस देश को भी इस्लामिक मुल्को की लिस्ट में लाना . फिर मेरे मन में एक सवाल उठा की फिर क्यों हमारे सैनिको को बेवकूफ बनाया जा रहा है जब किसी न किसी तरीके से हमारे देश के नेता चाहते ही है की यह देश इस्लामिक मुल्क बन जाए तो फिर क्यों देश को बेवकूफ बनाया जा रहा है आतंक से लड़ाई लड़ने के नाम पर . जब की पाकिस्तान या आइएसाइ का काम तो इस देश में धर्मान्त्र्ण के जरिये जारी है ही इस देश को इस्लामिक रंग में रंगने की तैयारी तो हमारे नेता रच ही रहे है उधर सैनिक अपनी जान गवा रहे है और इधर धर्म के नाम पर पीठ में छुरा घोपा जा रहा है और जगह जगह विभाजन की नीव डाली जा रही है .

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