- 250 Posts
- 637 Comments
साल २०१४ देश के लिए काफी अहमियत रखता है चुकी इसी साल यह तय होगा देश की जनता किस पार्टी को सत्ता के काबिल समझती है और किसे नही वही दो योजनाओं से सत्ता पर काबिज कोंग्रेस को भाजपा पटकनी दे पाएगी या नही ये भी तय होगा इसी साल . ऐसे में भाजपा की kyaa तैयारी है यह इसी बात से समझ आता है की पार्टी में अभी कोन बनेगा पीएम पद का उम्मीदवार इस बात को लेकर शीत युद्ध चिडा हुआ है एक तरफ जहा आडवाणी खुद को रेस से बाहर बताने के लिए तैयार नही है वही नरेंद्र मोदी भी ६ माह बाद होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव में अटके हुए है लेकिन टाइम मैगजीन में आने के बाद उनकी दावेदारी और अधिक मजबूत हुई है सो ऐसे में आडवानी भी अपने दाव चल रहे है सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार संघ चाहता है की नरेंद्र मोदी अगले राष्ट्रिय अध्यक्ष बने वही आडवाणी चाहते है शिवराज या फिर सुषमा एसा करके वह एक तरफ तो गडकरी को दुसरा मोका नही देना चाहते वही सुषमा तो अडवाणी खेमे की ही मानी जाती है और शिवराज अडवाणी के लिए मोदी जैसा खतरा नही है . लेकिन इस सब के बीच वर्तमान अध्यक्ष भी नागपूर लोकसभा चुनाव लड़कर दावेदारी ठोक सकते है टोटल मिलकर देखा जाये तो भाजपा के अन्दर शाह मात का खेल जारी है और इस खेल में एक दुसरे को निपटाने का खेल भी हो रहा है मुमकिन है की पीएम पद की भाजपाई नेताओं की लड़ाई में सता की लड़ाई कोई और जीत जाए .
Read Comments