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जयराम ……….मंदिर की जगह मस्जिद बोला होता तो …..? होता

ajad log
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एक मंत्री ने मंदिर पर ब्यान दिया है , एक फिल्म ने ओह माय गोड ने हिन्दू धर्म को बदनाम करने की साजिश रची है , दोनों ही मामले देश की बहुसंख्यक आबादी को बदनाम करने वाले उकसाने वाले और धर्म को बदनाम करने वाले हैं ! लेकिन फिर भी देश शांत है ! विरोध है तो केवल फसेबूक , या किसी भी अन्य सोशिअल मिडिया पर ! लोगो के अंदर गुस्सा है पर खी कोई तोड़ – फोड़ नही हुई कही कोई लड़ाई झगड़ा दंगा फसाद नही हुआ ! कुछ सालो पहले एक कलाकार ने हिन्दू धर्म के देवी देवताओ पर अपनी कला का भद्दा प्रदर्शन किया था नाम था ‘ एम् ऍफ़ हुसेन ‘ उस समय भी देश के हिन्दू ने हर मुस्लिम को इसका दोषी नही माना ! एम् करुणानिधि जैसे लोग भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाते रहे हैं राम और सीता को भाई – बहन तक कहते रहे हैं फिर भी हिन्दू ने उग्र रूप धारण नही किया ! अब एक मंत्री जी ने कहा है मंदिर से पवित्र है शोचालय ! मंत्री जी ने मंदिर पर हमला बोला है देश की आत्मा पर हमला ! फिर भी देश शांत है !

पिछले दिनों अमेरिका में एक फिल्म बनी नाम ठीक से याद नही आ रहा शायद ‘ इन्सोसिस ऑफ़ इस्लाम ‘ यही नाम होगा ! सम्पूर्ण विश्व दंगो की चपेट में आ गया भारत के हिंदूवादी समझे जाने वाले गुजरात के अहमदाबाद शहर में भी उत्पातियो ने थाना फुक डाला ! अजीब था ये सब कहा अमेरिका में फिल्म बनी दंगे भडके भारत में !
फिर भी आजकल कुछ लोग कहते है हिन्दू आतंकवाद है ? भाई कहा है हिन्दू आतंकवाद ? अपने देश में सब तरह की गदर फंड हो रहे हैं जवाहर लाल यूनिवर्सिटी में गौ मास पार्टिया आयोजित होती है तब भी दंगा नही भडकता ! अपने ही देश में अयोध्या नगरी में राम मंदिर नही बन पता तब भी हिन्दू शांत रहते हैं ! हिन्दुओ के ही देश में गिलानी जैसे लोग आजम खान जैसे लोग भारत माता का अपमान करते हैं फिर भी लोग शांत हैं !
जरा सोचिये इतना सब किसी मुस्लिम देश में मुसलमानों के साथ हुआ होता तब क्या होता ? चलिए छोडी भारत में ही जयराम रमेश ने मंदिर की जगह मस्जिद अथवा चर्च शब्द प्रयोग किया होता तब क्या होता ? शायद अब तक देश के कई इलाको में कर्फ्यू लग चूका होता ! शायद ‘इस्लाम खतरे में है ‘ ये नारा प्रचलित होता ! चलिए छोडी इतना सब न भी होता तो अब तक जयराम जी की मंत्री पद से राम – राम हो जाती !

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