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देश के करोड़ो लोगो की आस्था गाय . देश के साधू संतो की आस्था गाय . भगवा ब्रिगेड की भी सबसे बड़ी आस्था गाय . कई आंदोलन हुए गाय के वध पर प्रतिबंध को लेकर कइयों ने अनशन किये . कइयों ने अपने प्राणो की आहुति दी . कइयों ने आरोप प्रत्यारोप की राजनीति की . किसी ने मुस्लिम तुष्टिकरण की खातिर गाय का वध भारत जैसे देश में होने की बाते कही . इस सबमे सबसे आगे रही तो भगवा ब्रिगेड यानि की संघ और उसके अनुषांगिक संगठन . कई जगहों पर गौ हत्या को लेकर बवाल हुआ और आज भी जारी है . इस मेल में हिन्दू संघठनो ने कई बार नेहरू , गांधी ,कोंग्रेस झूठी धर्मनिरपेक्षता को सवालो के घेरे में लाने की कोशिशे की कई बार RAJNAITIK इच्छा शक्ति न होने की बाते की गयी . मुस्लिमो को खुश रखने और वोटो की फसल तुष्टिकरण के जरिये काटने की बाते हुई . कई गो भक्तो को आंदोलनों और गौ रक्षक दस्तो में अपनी जाने गवानी पड़ी और इससे उठने वाली चिंगारियों से लगने वाली आग में हमेशा ही धर्मनिरपेक्ष दलों ने कुछ खोया तो कुछ पाया वही बीजेपी ने भी अपनी राजनीति की BANJR जमीन में राष्ट्रभक्ति जैसी भावनाओ के बीज बोये और नतीजतन बड़े बहुसंख्यक समाज से जुड़े मुद्दो की देन बीजेपी वोटो की फसल काटने में KAAMYAAB हुई . लेकिन अब भी राजस्थान ,हरयाणा , यूपी , केरल , आंध्रप्रदेश सभी जगह गो तस्करो की संख्या में इजाफा हो रहा है ट्रको में भर भरकर गाय को बूचड़खानों तक पहुचाया जा रहा है . जिस गाय में तैतीस करोड़ देवी – देवताओ का वास बताया गया है उसी गाय की हत्याए हो रही है और और चमड़ा बनाया जा रहा है . जो गाय मुरलीधर की प्रिय हो बहुसंख्यक आबादी लगभग ८५ % माँ कहकर बुलाती हो अथवा मानती हो उस पर इतना अत्याचार वो भी ऎसे समय भी जारी है जब सेकुलरिज़म की ऊँची दीवारो को ध्वस्त कर संघ का एक कर्मठ कार्यकर्ता देश की सबसे ऊँची कुर्सी पर बैठा है ? पिछले दस SAALO और आजादी के बाद से अधिकतर देश में कांग्रेस का तथाकथित धर्मनिरपेक्ष राज रहा है . संघ – बीजेपी और इनके अनुषांगिक संघठनो ने हमेशा से इस मुद्दे की संवेदना को बनाये रखा कभी हिन्दू समुदाय की भावनाओ में उछाल लाकर कर तो कभी आंदोलनों के जरिये .परन्तु इस समय शिकायत , आंदोलन , रोड जैम , चक्का जाम करने वालो की सरकार केंद्र की सत्ता में है जिसकी डोर संघ और रामदेव जैसे साधुओ के हाथो में है ऎसे में भगवाधारियों और भगवा ब्रिगेड की जिम्मेदारी बढ़ जाती है और अब बारी टिका – टिपण्णीयो की नही एक्शन की है . गाय माता को संरक्षण प्रदान करने की है गाय के गुणों की जानकारी रखने वालो को अब बढ़कर गाय के लिए कुछ करने की है . ताकि कम से कम देश की संस्किृतिक विरासत और आस्था का प्रतीक गौ माता के अच्छे दिन आ सके . ताकि जनता को दिखाए गए सपनो में से एक सपना यह भी जल्द पूरा हो सके .
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